वर्गीज़ कुरियन का निधन 9 सितम्बर 2012 में 90 साल की उम्र में गुजरात में हुआ था.
उन्होंने दूध के क्षेत्र में सहकारी मॉडल को बेहतर तरीके से करके क्रन्तिकारी परिवर्तन किया.
वर्गीज़ कुरियन की वजह से अमूल ब्रांड बना जिसने भारत में श्वेत क्रांति को जन्म दिया.
भारत में दूध की नदियां बहाने वाले वर्गीज़ कुरियन के बारे में सबसे अनोखी और मजेदार बात यह थी कि वे खुद दूध नहीं पीते थे.
1965 में कुरियन को प्रतिष्ठित रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मिला.
पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण आदि पुरस्कारों से कुरियन को नवाज़ा जा चुका है.
जन्म : 26 नवंबर, 1921, चेन्नई.
-समय पत्रिका.
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